MP Board Exam ; ऑफलाइन को लेकर बना है असमंजस कोरोना दुष्प्रभावः 31 अब सब कुछ ठीक ठाक रहा । इन बच्चों को दो साल से बच्चे का सीखने का पांचवीं बोर्ड परीक्षा के बाद से सीधे आठवीं जनवरी तक स्कूल स्तर पर बोर्ड परीक्षा देनी होगी। जारी दिशा निर्देश के स्तर हो चुका है कमजोर शाला दर्पण पर ऑनलाइन मुताबिक 9 जनवरी को राज्य सरकार की ओर से कोरोना संक्रमण के फैलाव को देखते हुए का कहना है कि उनका बेटा दो साल से बगैर कोई रोडवेज बस स्टैंड के पास रहने वाले विनोद मीना भरे जाएंगे आवेदन इसकी रोकथाम को लेकर जारी की गई परीक्षा दिए ही आगे की कक्षाओं की पढ़ाई कर रहा गाइडलाइन में नगरीय स्कूलों को बंद कर दिया है इस बार विभाग की ओर से परीक्षा करवाने की मरूधर बुलेटिन गया। इससे बच्चों व अभिभावकों में इस बार बात कही जा रही है।
MP Board Exam 2022 ; बच्चों का सीखने का स्तर सपोटरा/कुलदीप शर्मा। कोरोना संक्रमण के भी ऑफलाइन परीक्षा को लेकर संशय बना बिलकुल कमजोर हो चुका है। कारण पिछले दो साल से परीक्षाएं नहीं हुई हैं। हुआ है। हालांकि अधिकारियों की ओर से चटीकना निवासी मनोज शर्मा ने बताया कि उनके ऐसे में जिन बच्चों ने 5वीं बोर्ड की परीक्षा दी निर्धारित समय पर परीक्षा कराने की बात कही बेटे की याद करने व लिखने की क्षमता बिलकुल थी, वह अब सीधे 8वीं बोर्ड की परीक्षा देंगे। जा रही है। कम हो चुकी है। अब पता नहीं वो कैसे परीक्षा देगा। क्योंकि कक्षा 6-7वीं में उन्हें प्रमोट कर दिया कोरोना से पहले हुई थी परीक्षा के लिए तैयार कर रहे हैं ताकि परीक्षा में वो बीकानेर इस बार परीक्षा के आयोजन की तैयारी आठवीं बोर्ड की परीक्षाएं स्कूल बंद के दौरान बच्चे घर31 जनवरी तक स्कूल स्तर पर शाला दर्पण पर कोरोना से पहले 8वीं की बोर्ड परीक्षा हुई थी। पर बिलकुल नहीं पढ़ रहे ऑनलाइन भरे जाएंगे।
MP Board Exam: मध्य प्रदेश में 13 साल बाद फिर से कक्षा पांचवी और कक्षा आठवीं की परीक्षा बोर्ड पैटर्न पर होगी.
ऑनलाइन आवेदन शुरू विभाग की ओर से आठवीं पांचवीं के विद्यार्थियों हो गए हैं। आठवीं के परीक्षा फॉर्म सरकारी को मूल्यांकन परीक्षा लेकर अगली कक्षा में प्रमोट नारौली के चेतन शर्मा का कहना है कि कोरोनास्कूल को शाला व प्राइवेट स्कूलों को पीएसपी किया जाने लगा। इससे बच्चों के सीखने व पठन- संक्रमण का फैलाव बढ़ता देख सरकार ने स्कूल तोपोर्टल पर भरे जाएंगे। फार्म भरने की जिम्मेदारी पाठन का स्तर गिरा। नौवीं कक्षा में जाने पर बच्चों बंद कर दिए हैं लेकिन बच्चे घर पर बिलकुल पढ़ाई संबंधित स्कूल की होगी। दिक्कत आने लगी, जिससे दसवीं में बच्चों को पूर्व नहीं कर रहे हैं। इंटरनेट की समय पर उपलब्धताइस बार 8वीं बोर्ड की परीक्षा देने वाले बच्चों की भांति बोर्ड परीक्षा में नंबर लेने में भी दिक्कतों का नहीं होने पर ऑनलाइन क्लासेज भी सही से अटेंडने इससे पहले कक्षा 5वीं की बोर्ड परीक्षा दी थी। सामना करना पड़ेगा।
नहीं कर पा रहे हैं।